देश की गरिमा

भारत एक सहिष्णु राष्ट्र है इसने हमेशा पुरे ब्रह्मण्ड को दिशा दी है। इसकी गरिमा ही इसकी पहचान बनी है। इसलिये प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है वह कोई भी कार्य करते वक्त अपने राष्ट्र की गरिमा, संस्कृति और धर्मनरपेक्षता का ख्याल रखे।
यहाँ हर संम्प्रदाय ओर जाति के लोग निवास करते है। ये सब आराम से अपना जीवन यापन करना चाहते है, पर दुःख इस बात का है कि कुछ लोग अपने हित के लिए इन्हें आपस में लड़वाते रहते है जिससे कि उनका घर चल सके या फिर कहे तो उनके मंसूबे पूर्ण हो सकें।
आज पूरा विश्व वापिस भारत की और देख रहा है क्योंकि इसने ही मानवता को जीना सिखाया है। विश्व के किसी ओर राष्ट्र में यह सामर्थ्य नहीं है, कि वह पुरे ब्रह्माण्ड का नेतृत्व कर सकें ओर मानवता का मार्गदर्शन कर सकें, 'इसलिये, भारतीयों जाग जाओ, उठ खड़े होओ और विश्व का नेतृत्व अपने हाथों में लेकर एक नया इतिहास रच डालों ताकि आने वाला समय मानवता का रहे ना कि दानवता का।
आज लगभग हर राष्ट्र अपनी आंतरिक समस्याओं से ग्रषित है जिसमें आतंकवाद है, कट्टरपंथ है, आर्थिक चुनौती है, नेतृत्व की समस्या है आदि। इन सब समस्याओं से विश्व को उबारने के लिए एक सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व की जरुरत है जो शायद भारत के अलावा और किसी राष्ट्र में नहीं है।
इसलिए मेरे देशवासियों में आप सभी से आह्वान् करता हूँ, कि आगे बढ़ो और विश्व की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करों। देखना एक दिन आएगा जब समूचा विश्व भारत के नेतृत्व में एक नया आयाम स्थापित करेगा।

इसी एक छोटे से लेख के साथ
जीवन दान चारण
बाड़मेर(राज.)

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